पंडित गोपाल प्रसाद शर्मा जी
पंडित जी के बारे में
सालों का अनुभव
संपूर्ण पूजा, अनुष्ठान एवं दोष निवारण
पंडित जी के बारे में
Pandit Gopal Prasad Sharma
अवंतिका नगरी जिसे भगवान महाकाल की नगरी उज्जयिनी के नाम से वर्तमान में जाना जाता है, प्राचीन काल से ही न्याय के लिए प्रसिद्द है क्युकी यहाँ पर परम शिवभक्त विक्रमादित्य राज्य करते थे, आज भी मनुष्य के पापों का लेखा जोखा यही पर सम्पादित होता है, मनुस्य के द्वारा जाने अनजाने में हुए बहुत से पाप कर्मो के कारन उसे अपने जीवन में कष्ट उठाने पड़ते है, जिसके बारे में उसे पता भी नहीं होता है, ऐसी परिस्थिति में भगवान महाकाल के द्वार ही एक मात्र शरण स्थली होती है, यहाँ से कोई भी भक्त खली हाथ नहीं जाता है, जो आया है अपने समस्त जाने अनजाने किये पापों से मुक्त होकर भय हीन भाग्यवान होकर ही बापस गया है, यहाँ पर बिभिन्न प्रकार की पूजा को अपनी सुविधा एवं समस्या निवारण के लिए करवाया जाता है।
पंडित ओम गुरु जी, उज्जयनी के प्रसिद्द एवं वैदिक विधि विधान से पूजा पाठ करवाने में प्रकांड विद्वान है, पंडित जी ने १९९१ में वाराणसी विश्वविद्यालय से वेद विशारद की शिक्षा ग्रहण की है, इसके बाद बहुत विश्विद्यालय में वेद एवं विज्ञानं जैसे विषय पर प्रख्यान दिए है, पंडित जी का वेदोक्त ज्ञान एवं महाकाल की कृपा यहाँ आने वाले यजमानो के समस्त कष्टों एवं समस्या का निवारण कर देती है, पंडित जी पिछले 25 वर्षों से अनेकानेक पुजाऐ आयोजित करते आ रहे है और यह वास्तव में उनके यजमानो के लिए सुखदायी एवं मनोवांक्षित फलदायी रहा है।